tag:blogger.com,1999:blog-2275470272718111970.post7217651545578139518..comments2023-10-15T13:12:51.019+05:30Comments on अन्दर की बात!: पत्रकारों के साथ बढ़ रही हैं दुर्व्यवहार की घटनाएंKapilhttp://www.blogger.com/profile/15871506466698035418noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2275470272718111970.post-6933413374989765992009-01-10T17:47:00.000+05:302009-01-10T17:47:00.000+05:30जैसे पूरी दुनिया दो हिस्सों में बंटी है उसी तरह प...जैसे पूरी दुनिया दो हिस्सों में बंटी है उसी तरह पत्रकारों की दुनिया भी बंटी हुई है। पत्रकारिता जगत में कुछेक लोग लाखों बटोर रहे हैं लेकिन ज्यादातर युवा पत्रकारों की स्थिति बहुत बुरी है। वे माने चाहें नहीं पत्रकारिता की दुनिया में उनकी स्थिति दिहाड़ी मजदूर जैसी है और उनका भी वैसे ही शोषण होता है जैसे किसी मजदूर का। और यह बात पत्रकार लोग जितनी जल्दी समझ लें उनके लिए उतना ही बेहतर होगा। वे किसी एक अखबार-टीवी मालिक के नहीं बल्कि शोषण पर टिकी इस व्यवस्था के सताए हुए हैं और इसक खिलाफ वे अकेले अकेले संघर्ष भी नहीं कर सकते। समान विचार रखने वाले लोगों को एकसाथ आना होगा और लोगों का पक्ष लेने वाली पत्रकारिता के द्वारा उन्हें यह दिखाना होगा कि वे जनता के मित्र हैं और तभी उन्हें लोगों का समर्थन भी प्राप्त होगा। वर्ना पत्रकारिता की इतनी भद्द पिट चुकी है कि सही मुद्दे पर भी जनता उनका समर्थन नहीं करेगी।जय पुष्पhttps://www.blogger.com/profile/01821339425026535625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2275470272718111970.post-76667920641509272832009-01-09T22:55:00.000+05:302009-01-09T22:55:00.000+05:30समस्याओं को उठाने वाले पत्रकारों के साथ मारपीट की...समस्याओं को उठाने वाले पत्रकारों के साथ मारपीट की घटनाएं नई नहीं हैं। संकट आने पर अखबार या चैनल वाले भी उनका साथ नहीं देते। सामूहिक पयास वाली बात सही है पर बिलली की गली में घंटी बांधे कौन सब तो लाख रुपये वाली नौकरी की तलाश में अपनी रीढ खो चुके हैं। http://chaighar.blogspot.comब्रजेशhttps://www.blogger.com/profile/03571247789113260736noreply@blogger.com